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आदिगंगा गोमती का हुआ पूजन, सजी दीपो की थाली,  आज मनाई गई  देव दीपावली

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शास्त्रो में कार्तिक मास में पूर्णिमा का बड़ा महत्त्व बताया गया हैं। इस दिन सभी तीर्थों को विशेष महत्व दिया जाता है, आज के  दिन किया गया तीर्थ स्नान अनन्त पुण्य प्राप्त कराने वाला होता हैं, व पूरे कार्तिक मास का भी कार्तिक स्नान द्वारा पुण्य फल अर्जित किया जा सकता है।

यह दिन दान पुण्य के लिये भी बहुत पवित्र दिन माना गया है। आज के दिन घर घर से रामायण, गीता , व सत्यनारायण भगवान के पावन पाठों की आवाज सुनाई देती है । देव दिवाली पर हर घर एवम मंदिरों में 35 तेल के दीपकों को  प्रजलवित किया जाता है।

लखनऊ स्तिथ पुरषोत्तम धाम में होता है विशेष आयोजन

आदिगंगा का अभिन्न अंग माने जाने वाले लखनऊ में कार्तिक मास के दिन प्रति वर्ष विशेष दीप दान का आयोजन होता है। यह कार्यक्रम पुरोषोत्तम धाम के ट्रस्टी पंडित विजय मिश्रा उर्फ बब्बो भइया (अधिशासी अधिवक्ता उच्च न्यायलय भारत सरकार), व श्री अजय मिश्रा (अधिशासी अधिवक्ता उच्च न्यायलय भारत सरकार),की अगुवाई में होता है। इसकी शुरुवात माँ आदिगंगा की आरती एवम  पूजन से होती है।

सजती है हजारों दीपो की थाली 

गोमती के इस घाट पर हजारों दियो की थालियों सजायी जाती है और इसके बाद मौजूद सभी लोग दीपों को बहते जल में प्रवाहित कर देते है। कार्यक्रम के सहयोगी आयोजक मधुमय मिश्रा उर्फ पुत्तु भइया बताते है की जब सभी दीप प्रज्वलित होकर नदी में छोड़ दिये जाती है उन दीपो की रौशनी एक आलोकिक भव्य एव्म अनुपम छटा को बिखेरती है।

होता है विशाल भोज का आयोजन

यहां का भोजन भी अपने आप में विशेष है। पूड़ी कचौड़ी एवम अन्य सब्जियों का भोज यहां आने वाले हजारों लोगों को खिलाया जाता है। मधुकर मिश्रा उर्फ माथुर भइया बताते है की यह भोज गंगा जमुनी तहजीब का विशेष हिस्सा है और चाहे व्यक्ति हिंदू हो या मुसलमान सभी इस भोज में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है।

विशेष है सरस्वती जी का मंदिर 

घाट के उत्तरी भाग में माता सरस्वती जी का प्राचीन मंदिर है जिसका जीण उद्धार प्रख़्यात समाज सेविका श्री मति सुमन मिश्रा ने अपने कार्यकाल में करवया था। इसके अलावा यहां अन्य देवी देवताओं की भी प्राचीन मूर्तियां देखने को मिलती है।

पयर्टको को लुभाता है दृश्य

पयर्टन आयोजक मणिमय मिश्रा ने बातचीत में बताया की मंदिर के ऊपर स्तिथ छत पर एक विशेष झरोखा है जिस पर जा कर पूरी माँ आदिगंगा के अनुपम स्वरूप के दर्शन हो जाते है। वही जल सतह पर चलती हुई नाव एक काल्पनिक चित्रण का जीता जागता उधारण प्रस्तुत करती है जिसके चलते पयर्टक अक्सर यहां फोटोग्राफी करना पसंद करते है।

नौका सैर का होता है आयोजन

घाट पर नौका सैर का विशेष आयोजन होता है। दीप दान के तुरंत बाद ही गोमती के किनारों पे लगी कई नावें आने वाले सभी इच्छुक लोगो को गोमती तट के उस पार तक सैर करवाने ले जाती है। इसका आयोजन पूर्ण सुरक्षा इंतजामों के संग होता है और यह आने वाले सभी भक्तों के लिये निशुल्क है।

वीआईपीयो में भी कम नही है दीप दान का क्रेज

आदिगंगा पर स्तिथ इस शुक्ला घाट पर बहुत से वीआईपी भी दीप दान के लिये यहां आते है जिनमें कानून मंत्री श्री बृजेश पाठक, वर्तमान बीजेपी राज्यसभा सांसद श्री अशोक बाजपेई, उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश श्री दिनेश शर्मा व इतिहासकार श्री योगेश प्रवीन जी का नाम शामिल है।

(लेखक टी टाइम्स ग्रुप के विशेष सम्वाददाता है)

 

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