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आखिर खर्च की जिम्मेदारी सूचना विभाग की क्यों?

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नरेश दीक्षित

23 अगस्त 2018 को स्वर्गीय अटल जी की मृत्यु के बाद लखनऊ में उनकी अस्थि विसर्जन के लिए तय कार्यक्रम की व्यवस्था लखनऊ विकास प्राधिकरण ने की थी। एलडीए ने ही सारा खच॔ अपने स्तर से किया था। शासन ने बाद में बजट देने की बात मौखिक रूप से कहीं थी।
कार्यक्रम संपन्न होने के बाद प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने  खर्च हुए धन की फाइल तैयार कराई तथा अपर मुख्य सचिव सूचना को पत्रांक संख्या 221/सचिव ल वि प्रा /2018-19 दिनांक 9-1-2019 को प्रेषित किया जिसमें श्रद्धेय स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी पूर्व प्रधानमंत्री भारत का गोमती नदी में अस्थि विसर्जन का कार्यक्रम में दिनांक 23/8/2018 को हुआ।
उक्त कार्यक्रम में अति विशिष्ट महानुभाव के अतिरिक्त लगभग 20 हजार व्यक्तियों की व्यवस्था हेतु निम्न व्यवस्थाएं एल डी ए द्वारा की गई। जिसमें मुख्य मंच, सोफा, कुर्सी, कारपेट, टेबल, पंडाल, सोफा हाउस, पुष्प सज्जा, एलईडी काउंटर, दूरदर्शन काउंटर, स्टेज, स्वागत द्वार, फोटो ग्राफी एवं विडियो ग्राफी,पेयजल एवं
विशिष्ट जनों के लिए सूक्ष्म जल पान व्यवस्था, गमले ध्वनि विस्तारक यंत्र एवं पीए सिस्टम, वीवीआईपी गैलरी एवं सेफ हाउस को वातानुकूलित करने की व्यवस्था, एलईडी डिस्प्ले का कार्य, विद्युत व्यवस्था सुचारू रूप से रखने के लिए जनरेटर उक्त कार्यो के कराये जाने की पुष्टि सूचना विभाग ने नहीं की बल्कि इसकी पुष्टि संयुक्त रुप से प्राधिकरण के अभियंताओं एवं तहसीलदार सदर द्वारा की गई?
उक्त कार्य क्रम में 254,29,250 रूपये (दो करोड़ चौवन लाख उन्तीस हजार दो सौ पचास रूपये) मात्र जीएसटी सहित व्यय हुआ बताया गया था। जबकि इसमें भजन गायक का बिल 100000 (एक लाख) रुपये अतिरिक्त था।
इस प्रकार कुल धनराशि 255,29,250 रूपये (दो करोड़ पचपन लाख उन्नतीस हजार दो सौ पचास मात्र) का बिल बनाकर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को सौंपा गया जबकि इतनी भारी रकम को खर्च करने के लिए कार्यक्रम के पहले न तो सूचना विभाग को अवगत कराया गया और न ही अनुमति ली गई।
एलड ए ने जो विभिन्न मदों पर पैसा खर्च किया है वह भी संदिग्ध लगता है।  इस सन्दर्भ में सूचना का अधिकार के अन्तर्गत सचिव लखनऊ विकास प्राधिकरण से दिनांक 9/5/2019 को तीन बिन्दुओं पर सूचना उपलब्ध कराने के अनुरोध पर पत्रांक सं 35/अधि -अभि 0 2019 दिनांक 14/6/2016 को सूचना उपलब्ध कराई गई।
1- टेंट व्यवस्था हेतु रूपये 1,7673497=20
2-ध्वनि व्यवस्था हेतु रूपये 967600
3-फूल सज्जा हेतु रूपये 938442
4-प्रकाश व्यवस्था, कूलर पंखा हेतु रूपये 5849708=78
5-भजन गायन हेतु रूपये 100000
खर्च होने की जानकारी उपलब्ध कराई गई जबकि इस राशि के खच॔ के लिए कोई नियमानुसार ई टेंडर भी नहीं निकाला गया । 10 माह की लंबी जद्दोजहद के बाद आखिर में सूचना विभाग को उपरोक्त धन राशि एल डी ए के खाता संख्या 19460110021767 यूको बैंक गोमती नगर लखनऊ में जमा कराने हेतु निर्देशित किया गया है।
अब प्रश्न यह उठता है कि इतनी बड़ी धन राशि एलडीए ने स्वयं क्यों नहीं दी? आखिर सूचना विभाग से ही क्यों दिलाई गई अन्य बड़े विभागों से क्यों नहीं? जब लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थि विसर्जन के लिए 2,55 करोड़ रूपया एक दिन में खर्च हुआ तो पुरे देश में कितना धन खर्च हुआ होगा? यह एक विचारणीय प्रश्न है।

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