लोहा व्यापारी के अपहरण व हत्या का खुलासा, तीन गिरफ्तार
मेरठ। क्राइम ब्रांच मेरठ व थाना सिविल लाईन पुलिस ने बीती 19 नवम्बर को की गई लोहा व्यापारी व आरएसएस कार्यकर्ता सुनील गर्ग के अपहरण व हत्या (Murder) का खुलासा करते हुए 03 अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।

बदमाशों के पास से हत्या में प्रयुक्त छुरा और मोबाइल बरामद हुआ है। तीनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया। गिरफ्तार बदमाशों में एक दिव्यांग है।
एसएसपी मंजिल सैनी ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में बताया कि लोहा व्यापारी की हत्या कर्ज में डूबे ग्राहक ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर की थी।
तीनों जब व्यापारी का शव रिक्शे से ले जा रहे थे, उस वक्त की सीसीटीवी फुटेज मिलने के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गिफ्तार बदमाशों में बसंत कुमार उर्फ बसंता, आशु कपूर उर्फ हनी और सुशील कुमार है। जिनके पास से छुरा और घटना में प्रयुक्त मोबाइल बरामद हुआ है।
एसएसपी ने बताया कि बंसत की नल की टोटी बनाने की फैक्ट्री है। जो पिता की मौत के बाद कर्ज में डूब गया था। बसंत अपनी फैक्ट्री के लिए कच्चा लोहा मृतक व्यापारी सुनील गर्ग से लेता था। उस पर सुनील का लाखों रुपए उधार था। जिसे अब सुनील गर्ग मांग रहे थे।
पैसे की तंगी व कर्जदारों के तगादे से परेशान होकर बसंत ने अपने विकलांग कर्मी सुशील व उसके दोस्त हनी के साथ मिलकर एक माह पहले व्यापारी सुनील के अपहरण व हत्या की योजना बनाई।
वह लोग व्यापारी का अपहरण कर हत्या करते और बाद में परिवार वालों से 20 लाख रुपए फिरौती मांगते। तीनों ने योजना के अनुसार घटना वाले दिन सुनील ने फोन करके मृतक व्यापारी को बसंत की फैक्ट्री पर बुलाया।
जब सुनील गर्ग फैक्टरी पहुंचे तो मौका देख कर हनी ने चाकू से व्यापारी की गर्दन पर वार किया। लेकिन वह बच गए और विरोध किया। जिसके बाद तीनों ने मिलकर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर व्यापारी की हत्या कर उसकी लाश को बोरे में भरकर रिक्शे में डालकर मंगल पांडे नगर में नाले के पास डालकर फरार हो गए। फिर मृतक की मोटरसाइकिल को यशलोक हॉस्पिटल की पार्किंग में खड़ी कर दी।