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सहकारी बैंक सहारनपुर के सीईओ बर्खास्त, इटावा के डीजीएम निलम्बित

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लखनऊ। प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा के निर्देश के अनुपालन में जिला सहकारी बैंक लि0, सहारनपुर (Sagarhanpur) चुक्खन लाल सचिव/मुख्य कार्यपालक अधिकारी को विभागीय वित्तीय अनियमितता एवं नियम विरुद्ध कार्य करने पर सेवा से सेवाच्युत किए जाने का निर्णय लिया गया।

Sagarhanpur CEO dismisses DGM suspension of Etawah
Sagarhanpur CEO dismisses DGM suspension of Etawah

सुनील कुमार पुण्डीर उप महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक लि0 इटावा को निर्धारित सीमा से अधिक ऋण नियम विरुद्ध तरीके से स्वीकृत करने तथा धन के दुरुपयोग करने में दोषी पाए जाने पर निलम्बित किया गया है।

प्रबंध निदेशक उ.प्र. कोआपरेटिव बैंक लि0 रविकांत सिंह ने आईपीएन को बताया कि जिला सहकारी बैंक लि0 उन्नाव में वर्ग-4 की भर्ती में अनियमितता एवं धांधली को दृष्टिगत रखते हुए हरिश्चन्द्र दीक्षित सचिव/मुख्य कार्यपालक अधिकारी व लक्ष्मी सुमन निगम उप महाप्रबंधक के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारम्भ करने का निर्णय लिया गया।

दीप नारायण यादव उप महा प्रबंधक/प्रभारी सचिव जिला सहकारी बैंक लि0, देवरिया ने नियम विरुद्ध, डा0 एसके शर्मा सचिव/मुख्य कार्यपालक अधिकारी द्वारा जिला सहकारी बैंक लि0, मुरादाबाद के कार्यकाल में वर्ग-4 के कर्मचारियों के चयन, स्टेशनरी क्रय,

कम्प्यूटर क्रय तथा किराए के जनरेटर शाखाओं में नियमों के विरुद्ध कार्य करने तथा पवन कुमार शम्मी उप महा प्रबंधक जिला सहकारी बैंक लि0, सहारनपुर में तैनाती के दौरान वित्तीय अनियमितता बरतने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रारम्भ करने का निर्णय लिया गया, जो वर्तमान में शम्मी बिजनौर में उप महाप्रबंधक पद पर तैनात हैं।

सिंह ने बताया कि जिला सहकारी बैंक लि0, सहारनपुर (Sagarhanpur) में चुक्खन लाल, सचिव/मुख्यालय कार्यपालक अधिकारी द्वारा अपने कार्यकाल में वर्ग-4 के कार्मिकों की नियुक्ति हेतु 08 पदों पर चयन हेतु प्रकाशन किया गया जबकि 22 पदों पर नियम विरूद्ध चयन करके बैंक को भारी आर्थिक क्षति पहुंचायी गई।

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पंडित दीनदयाल योजनान्तर्गत श्री लाल के कार्यकाल में वितरित ऋण वसूली की समीक्षा में पाया गया कि रू0 42.00 लाख का एनपीए बढ़ा। कर्मचारियों के पीएफ की धनराशि को नियम विरूद्ध तरीके से बैंक के व्यवसाय में विनियोजित करके पीएफ में 1 प्रतिशत अधिक ब्याज देकर रू0 5.57 लाख की क्षति पहुंचायी तथा एफडी दर पर ऋण देकर रू0 3.89 लाख, कुल रू0 9.55 लाख की बैंक को क्षति पहुंचायी गई।

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