रोहित सरदाना का बयान आरएसएस और बीजेपी का षणयन्त्र है : आफ़ाक
लखनऊ। मीडिया और पत्रकार किसी भी तरह से देश की सीमाओं पर लड़ने वाले सैनिको से कम नहीं होते हैं। जिस तरह सेना के जवान अपनी जानपर खेलकर बन्दूको से देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं ठीक उसी प्रकार और मीडिया के लोग अपनी जान पर खेलकर अपने कलम को हथियार बनाकर सत्य को खोजकर देश व दुनिया के सामने लाने का काम करते हैं।

किसी भी सरकार को निरंकुश होने से लगातार रोकने का काम करते हैं और देश में लोकतंत्र की रक्षा करते है। यह लोग हर समय लोकतंत्र के प्रहरी की भूमिका में रहते हैं।
ये बातें राष्ट्रीय सामाजिक कार्यकर्ता संगठन के कन्वेनर मोहम्म्द आफाक ने एक समाचार चैनल के ऐन्कर रोहित सरदाना (Rohit Sardana) का पुतला दहन करते समय कही।
आफ़ाक़ ने अपना रोष व्यक्त करते हुए कहा कि रोहित सरदाना का बयान आरएसएस और बीजेपी का षणयन्त्र है।
गुजरात चुनाव से पहले यह लोग देश का माहौल ख़राब करना चाहते हैं। बीजेपी व आरएसएस के इशारे पर ही की रोहित सरदाना ने ऐसी आपत्ति जनक टिप्पणी की है।
उन्होंने कहा कि की इस्लाम व ईसाई धर्म में महत्व रखने वाली पवित्र स्त्रियों हजरत मरियम, हजरत आयशा व हजरत फातिमा (रज़ि) के बारे में रोहित सरदाना की आपत्तिजनक टिप्पणी से न केवल मुसलमानों व ईसाईयों को ठेस पहुँची बल्कि पूरी नारी जाति व मानव जाति का अपमान हुआ है।
