Tevar Times
Online Hindi News Portal

बड़े पर्दे पर दिखेगा बुंदेले किसानों की आत्महत्या का सच

0

संदीप पौराणिक

झांसी। बुंदेलखंड (Bundelkhand) में हताश किसान बड़ी संख्या में आत्महत्या कर चुके हैं और आए दिन उनके जान देने की खबरें आती रहती हैं। वे क्यों हैं हताश, उनके लिए जीने से ज्यादा मरना क्यों हो चला है आसान, यह देश और दुनिया को दिखाने के लिए बॉलीवुड के कलाकार एक फिल्म बना रहे हैं, जो बड़े पर्दे पर दिखाई जाएगी।

The truth of the suicide of farmers of Bundelkhand on the big screen
The truth of the suicide of farmers of Bundelkhand on the big screen

इस फिल्म में किसानों की आत्महत्या की हकीकत को बयां करने के साथ ही पिता की मौत के बाद उनके बेटों (किशोरों) पर पड़ने वाले प्रभाव को भी दर्शाया गया है। इस फिल्म के निर्देशक सागर एस. शर्मा हैं। सच जब दृश्यों के माध्यम से बड़े पर्दे पर सामने आएगा, तो उस पर पर्दा डालने की सरकार-पुलिस गठजोड़ की कोशिशों पर पड़ा पर्दा खुद ब खुद उठ जाएगा।

दो राज्यों-उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में बंटा बुंदेलखंड (Bundelkhand) वह इलाका है, जहां किसान कर्ज, सूखा, फसल चौपट होने के चलते लगातार आत्महत्या कर रहे हैं। जो किसान आत्महत्या करता है, उसके परिवार का हर वर्ग लंबे अरसे तक अवसाद में रहता है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव किशोरों (12 से 14 वर्ष के बच्चों) पर पड़ता है। यह अवसाद उन्हें जिंदगी भर खुश नहीं रहने देता।

इस हकीकत को फिल्मी पर्दे पर पंजाबी फिल्म निर्देशक सागर एस. शर्मा दिखाने जा रहे हैं। इस फिल्म का ट्रेलर लॉन्च हो चुका है, आगामी चार माह के भीतर फिल्म के रिलीज होने की संभावना जताई गई है।

फिल्म की कहानी को लेकर शर्मा ने पिछले दिनों संवाददाताओं से कहा, “किसानों की आत्महत्या को लेकर तो कई फिल्में बनी हैं, मगर उनके बच्चों की जिंदगी इन आत्महत्याओं से कितनी प्रभावित होती है, इस पर कोई फिल्म शायद अभी तक नहीं बनी है। यह फिल्म पूरी तरह उस बच्चे के जीवन पर केंद्रित है, जिसके गांव में कई लोग आत्महत्या कर लेते हैं।“

Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More