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यूपी महोत्सव 11 जनवरी तक के लिए बढ़ा, नहीं होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम

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  • यूपी महोत्सव के समापन पर हास्य कवि सम्मेलन में श्रोताओं ने लगाए खूब ठहाके

  • उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाएं व कलाकार हुए सम्मानित

लखनऊ। यूपी महोत्सव (UP Mahotsav) में रविवार को यूपी रत्न से सम्मानित लोकगायिका प्रिया पाल ने ‘‘पटना से बैना बुलायदा, अहुआ-महुआ के झूमे डरिया….‘‘, गाया तो दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका साथ दिया। वहीं अवध रत्न से सम्मानित गायक विवेक पाण्डेय ने ‘‘हम कोयिलिरिया में जाईल, छोड़ गयिला चढ़ली जवानी हो….‘‘ पर दर्शक खूब झूमे।

यही नहीं यूपी महोत्सव (UP Mahotsav) के समापन अवसर पर हास्य कवियों ने भी श्रोताओं को अपनी कविताओं से खूब गुदगुदाया। वहीं, पूरे महोत्सव में रोजाना उत्कृष्ट कार्य करने वाली संस्थाएं व कलाकार हुए सम्मानित किए गए।

प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट की ओर से निशातगंज के राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में यूपी महोत्सव का आयोजन 24 दिसंबर से किया जा रहा था। रविवार को समापन अवसर पर विशाल हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता वरिष्ठ गीतकार डॉ. अजय प्रसून, मुख्य अतिथि श्याम जी मिश्र, विशिष्ट अतिथि कुमार कुशमेश व सिद्धेश्वर शुक्ल रहे। गोष्ठी का संचालन हास्य व्यंग कवि गोबर गणेश ने किया। वाणी वंदना शरद पाण्डेय शशांक ने की।

अमन चांदपुरी ने ‘‘कोहरा आकर द्वार पर खड़का रहा किवाड़…‘‘, अलका अस्थाना ने ‘‘ये आंखें, आंखें समंदर में डुबकी लगाती हैं, ये आंखें..‘‘, गोबर गणेश ने ‘‘चारा घोटाले में सजा न पाते,

उनकी हां में हां मिलाते…‘‘, श्या मजी मिश्र ने ‘‘मैने बैंक मैनेजर से कहा स्वः रामदास का खाता दिखाइये…,

डॉ. अजय प्रसून ने ‘‘मन तो शत-शत सुमन पिरोता है, किन्तु पलके समय भिगोता है…‘‘, कुमार कुश्मेश ने ‘‘बहुत अच्छी इबारत लिख गया है…, सोनी मिश्रा ने ‘‘बुजुर्ग मेरी जिन्दगी को सजा देते हैं..

‘‘, कृष्णानंद राय ने ‘‘अब तस्वीर बदलनी होगी हिन्दुस्तान की…, समेत कई कवियों ने अपनी कविताओं से खूब हंसाया।

बिरहा लोकगीत जाग्रति जत्था समिति की ओर से गायक राम विलास पासवान, ढोलक पर राजेंद्र, कोरस पर रामप्रसाद व संतोष सिंह ने संगत दिया। महोबा अकाडमी फॉर परफार्मिंग ऑर्ट की अेर से पिंकी पाण्डे व आकाश राजपूत, शचि विश्वास, किड्स ग्रुप जूनियर ग्रुप की ओर से सुंदर प्रस्तुति दी गई।

समूह नृत्य वंदेमातरम् की प्रस्तुति गिन्नी सहगल, रिद्मा आनंद अगरिया, देवांशी, सृष्टि, मान्या, समृद्धि, वेदांशी, अक्क्शिता, शान्ति व समूह नृत्य घूमर पर नंदिनी, भाव्या, उन्नति, देविका, रिया, सुहाना, शिवांगी, सुक्रीती ने दर्शकों का मन मोह लिया।

ये संस्थाएं, कलाकार हुए सम्मानित

ट्रस्ट के अध्यक्ष एडवोकेट विनोद कुमार सिंह व उपाध्यक्ष एनबी सिंह ने बताया कि महोत्सव 11 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया गया है महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। झूले, खान पान के स्टाल और आगन्तुकों के लिए स्टाल वैसे ही लगे रहेंगे और उन्होंने बताया कि उत्कृष्ट कार्य के लिए विभिन्न संस्थाओं को सम्मानित किया गया। जिसमें नृत्यांगना डांस इंस्टीट्यूट, हॉर्ट एंड सोल, रिद्म डिवाइन, विजय बेला नृत्या, चंद्रामानी सामाजिक एवं ग्रामीण विकास संस्थान, टर्न एंड ट्विस्ट अवनी द बैंड,

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लखनऊ खो-खो एसोसिएशन, बीबीडी स्किल डवलेपमेंट, सुर सागर, सुर संगम, यहुवा, डैनमस डिजायर एकेडमी, जेपीएस वेलफेयर फाउंडेशन, शील्ड डिफेंस एकेडमी शामिल रहें। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कलाकार स्वरा त्रिपाठी, भाव्या सेठ, लक्ष्मीकांत वर्मा, निलांद्री सिंह, अनुराग शाह, संपूर्ण शुक्ला, सुमित अग्रहरि, एंकर शिप्रा सम्मानित हुईं।

यूपी महोत्सव (UP Mahotsav) की समापन संध्या पर मुख्य अतिथि लैकफेड के चेयरमैन कुंवर वीरेंद्र प्रताप सिंह व विषिश्ट अतिथि वरिश्ठ पत्रकार नासिर खान ने बच्चों को सम्मानित किया।

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