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राजकीय वाहन चालक महासंघ का राजधानी में शान्ति मार्च कल

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लखनऊ। आल इण्डिया गवर्नमेन्ट ड्राइवर फेडरेशन के आहवान पर उत्तर प्रदेश राजकीय वाहन चालक महासंघ (State Driver Federation) ने अपनी 12 सूत्रीय मांगों को शामिल करते हुए 18 जनवरी को राजधानी में शान्ति मार्च करेगा।

Shanti March in the capital of the State Driver Federation
Shanti March in the capital of the State Driver Federation

राजकीय वाहन चालक महासंघ के अध्यक्ष रामफेर पाण्डेय, महामंत्री मिठाईलाल ने आज बतायाकि यह शान्ति मार्च 18 जनवरी को सुबह 12 बजे शहीद स्मारक से शुरू होगा। इसके उपरान्त ज्ञापन सौपा जाएगा।

आल इण्डिया गवर्नमेन्ट ड्राइवर फेडरेशन के सलाहकार प्रमोद कुमार नेगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जयप्रकाश यादव और कोषाध्यक्ष कैलास साहू ने बताया कि आल इण्डिया गवर्नमेन्ट ड्राइवर फेडरेशन के आहवान पर उत्तर प्रदेश राजकीय वाहन चालक महासंध ने अपनी मांगों को शामिल कर लिया है।

इनमें देश भर के गवर्नमेन्ट वाहन चालकों को एक जैसे काम के लिए एक जैसा वेतन, उ.प्र. राजकीय वाहन चालकों को मौलिक नियुक्ति का ग्रेड वेतन 1900 के स्थान पर 2000 रूपये ,उत्तराखण्ड सरकार की भाति राजकीय वाहन चालकों की प्रतिशत व्यवस्था को समाप्त करने, स्टॉफ कार चालक पदोन्नति स्कीम से अनुपात हटाया जाय।

चालकों के रिक्त पदो पर भर्ती की जाए। पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाए। सरकारी गाड़ी का बीमा कराया जाए। सरकारी गाड़ी सफाई का भत्ता चालक को दिया जाए। चालक पद पर भर्ती नियम में संशोधन किया जाए।

सरकारी वाहन का दुरूप्रयोग करना बन्द किाय जाय। निजी गाड़ियों को टैक्सी में चलाना बंद किया जाए। चालकों के भत्ते एवं समयोपरि भत्ते की बढ़ोत्तरी के अनुसार किया जाए। फेडरेशन कार्यालय के लिए कार्यालय या प्लाट का आवंटन नई दिल्ली में किया जाए।

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महासंघ के अध्यक्ष रामफेर पाण्डेय ने जनपद अध्ययक्षों एवं मंत्रियों को जनपद स्तर पर कार्यरत राजकीय वाहन चालकों से आहवान किया कि वे जनपद मुख्यालय पर शान्ति मार्च निकाल कर ज्ञापन सौंपगे और इस शान्ति आन्दोलन में अपनी पूर्ण भागीदारी दर्ज कराये।

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