Tevar Times
Online Hindi News Portal

दिल्ली का भविष्य खतरे में

0

नई दिल्ली। दिल्ली की सरकार को तगड़ा झटका लगा है। राष्ट्रपति ने आम आदमी पार्टी (AAP) के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की चुनाव आयोग की सिफारिश को स्वीकार कर लिया है। सोमवार को हाई कोर्ट में मामले की सुनवाई होनी थी। ऐसे में अगर कोर्ट से राहत नहीं मिली तो इन 20 सीटों पर दोबारा चुनाव होना तय है।

AAP party 20-MLA disqualified by president in delhi
AAP party 20-MLA disqualified by president in delhi

रविवार को राष्ट्रपति के आदेश के साथ ही आप के 20 विधायक अब पूर्व विधायक हो गए हैं। इसके साथ ही दिल्ली विधानसभा में अब (AAP) के 46 विधायक ही रह गए हैं। आइए जानते हैं, उन पूर्व विधायकों को जिनकी सदस्यता गई है।

अयोग्य घोषित 20 विधायकों की सूची

प्रवीण कुमार– जंगपुरा से विधायक थे। इन्हें शिक्षा मंत्री का संसदीय सचिव बनाया गया था।

शरद कुमार- नरेला से विधायक थे। इन्हें राजस्व मंत्री का संसदीय सचिव बनाया गया था।

आदर्श शास्त्री- द्वारका से विधायक थे। उन्हें सूचना-प्रौद्योगिकी मामलों के मंत्री का सचिव बनाया गया था।

मदन लाल- कस्तूरबा नगर से विधायक थे। इन्हें विजिलेंस मिनिस्टर का संसदीय सचिव बनाया गया था।

शिव चरण गोयल- मोती नगर से विधायक थे। इन्हें फाइनैंस मिनिस्टर का संसदीय सचिव बनाया गया था।

संजीव झा- बुराड़ी से विधायक थे। इन्हें ट्रांसपॉर्ट मिनिस्टर का संसदीय सचिव बनाया गया था।

सरिता सिंह- रोहतास नगर से विधायक थे। इन्हें एंप्लॉयमेंट मिनिस्टर का सचिव बनाया गया था।

नरेश यादव- मेहरौली से विधायक थे। उन्हें लेबर मिनिस्टर का संसदीय सचिव बनाया गया था।

राजेश गुप्ता- वजीरपुर से विधायक थे। उन्हें हेल्थ मिनिस्टर का संसदीय सचिव बनाया गया था।

राजेश ऋषि- जनकपुरी से विधायक थे। उन्हें हेल्थ मिनिस्टर का संसदीय सचिव बनाया गया था।

अनिल कुमार वाजपेयी- गांधी नगर से विधायक थे। उन्हें हेल्थ मिनिस्टर का संसदीय सचिव बनाया गया था।

सोम दत्त- सदर बाजार से विधायक चुने गए थे। वह इंडस्ट्रीज मिनिस्टर के संसदीय सचिव बनाए गए थे।

अवतार सिंह- कालकाजी से विधायक निर्वाचित हुए थे। उन्हें गुरुद्वारा चुनाव मामलों के मंत्री का संसदीय सचिव बनाया गया था।

विजेंदर गर्ग विजय- राजेंद्र नगर से विधायक थे। उन्हें PWD मिनिस्टर का संसदीय सचिव नियुक्त किया गया था।

जरनैल सिंह- तिलक नगर से विधायक थे। उन्हें डिवेलपमेंट मिनिस्टर का संसदीय सचिव बनाया गया था।

कैलाश गहलोत- नजफगढ़ से विधायक थे। उन्हें लॉ मिनिस्टर का संसदीय सचिव बनाया गया था।

अलका लांबा- चांदनी चौक से विधायक चुनी गई थीं। उन्हें पर्यटन मंत्री का संसदीय सचिव बनाया गया था।

मनोज कुमार- कोंडली से चुनाव जीते थे। उन्हें खाद्य और नागरिक आपूर्ति मामलों के मंत्री का सचिव बनाया गया था।

नितिन त्यागी- लक्ष्मी नगर से विधायक चुने गए थे। उन्हें महिला और बाल एवं सामाजिक कल्याण मंत्री का संसदीय सचिव बनाया गया था।

सुखवीर सिंह- मुंडका से चुनाव जीते थे। उन्हें भाषा और SC/ST/OBC कल्याण मामलों के मंत्री का संसदीय सचिव बनाया गया था।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More