Tevar Times
Online Hindi News Portal

हिन्दी को पूरे देश में संवाद की भाषा बनाने का प्रयास होना चाहिए : योगी

0

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि जो भी समाज अपनी प्रतिभा के सम्मान को संजोता है, उसका संरक्षण करता है, उसके संवर्धन में अपना योगदान देता है, उसका भविष्य भी उज्ज्वल होता है।

उन्होंने कहा कि साहित्य में सबका हित निहित होता है और उसी तरह हम सबका हित अपने समाज में, अपनी संस्कृति में, अपने राष्ट्र में छिपा होता है। हमारा हित इन्हीं दायरों में निहित होना चाहिए। मुख्यमंत्री सोमवार को उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान की ओर से मुख्यमंत्री आवास पांच कालीदास मार्ग पर आयोजित सम्मान समारोह-वर्ष 2016 को सम्बोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री योगी (Yogi) ने कहा कि तमिलनाडु, महाराष्ट्र, बंगाल, कर्नाटक, केरल, राजस्थान, कश्मीर व देश के अन्य क्षेत्रों से भी साहित्यकार यहां पर आए हैं। यानि पूरे भारत को समेटने का जो प्रयास इस सम्मान समारोह के माध्यम से हुआ है, वास्तव में यही भूमिका हिंदी की होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि हिन्दी को पूरे देश में संवाद की भाषा बनाने का प्रयास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दी दुनिया में सर्वाधिक बोली जाने वाली एक ऐसी भाषा है जिसके विकास के लिए समय-समय पर प्रयास हुए मगर कहां पर कमी रह जाती है इस पर ध्यान देना होगा। मगर इन कमियों से हमें निराश नहीं होना चाहिए बल्कि और अधिक प्रयास करने चाहिए।

सीएम ने कहा कि आज जब विजुअल मीडिया इतना हावी है और सोशल मीडिया ने दूरियां कम कर दी हैं, ऐसे दौर में साहित्यकारों और लेखकों की चुनौतियां बढ़ गयी हैं। साहित्य का मतलब यही है जिसमें सबका हित छुपा हो। आज के युवा और वर्तमान समाज का नया दिशा बोध देने वाला लेखन रचें।

समारोह में मुख्यमंत्री ने वर्ष 2016 के उ.प्र. हिन्दी संस्थान के सर्वोच्च सम्मान भारत-भारती सम्मान से 94 वर्षीय पुणे निवासी डा.आनंद प्रकाश दीक्षित को सम्मानित किया। संस्थान की ओर से उन्हें इस सम्मान स्वरूप पांच लाख रुपए की राशि का चेक, गंगा की प्रतिमा, ताम्रपत्र और उत्तरीय भेंट किया गया।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More