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मंत्री जी के पास नहीं है चिकित्सकों की अभद्रता से जुड़े सवाल का जवाब

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लखनऊ। सूबे के सरकारी अस्पतालों में मरीजों-तीमारदारां से चिकित्सकों द्वारा की जा रही अभद्रता समेत कुछ अन्य सवालों का जवाब योगी सरकार के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन ‘गोपाल जी’ के पास नहीं है।
शायद यही कारण रहा कि मंत्री श्री टण्डन शुक्रवार को मीडिया सेन्टर एनेक्सी में आयोजित प्रेसवार्ता में पत्रकारों के सवालों का जवाब देने की बजाय उठकर चले गये। हालांकि इस दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री पहले से तैयार कर लाये विगत एक वर्ष में विभाग द्वारा संचालित संस्थान में किये गये कार्यां एवं उपलब्धियों का लिखित ब्यौरा पढ़ा।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता को उच्च स्तरीय चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग कृत संकल्प है। चिकित्सा शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा नई सरकार बनने के बाद विगत एक वर्ष में विभाग में चरणबद्ध तरीके से अनेक सुधार किये गये हैं।
जिसके फलस्वरूप प्रदेश के चिकित्सा विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों को बेहतर करने एवं गतिशील बनाने के साथ-साथ नागरिकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने एवं चिकित्सकों की कमी दूर कराने के साथ-साथ बेड उपकरणों एवं अन्य आधारभूत ढांचे में मजबूती भी आयी है।
टंडन ने बताया कि प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद विभाग के अन्तर्गत चलने वाले समस्त राजकीय संस्थानों में चरणबद्ध तरीके से शैक्षणिक सुधार एवं मरीजों को दी जाने वाली समस्त सुविधाओं में गुणात्मक सुधार के उद्देश्य से चिकित्सा शिक्षा रणनीति प्रकोष्ठ का गठन किया गया जिसके संस्तुतियों एवं सलाह पर तेजी से कार्य किया गया जिसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं।
इन प्रयासों के फलस्वरूप एक वर्ष के कार्यकाल में चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कई उपलब्धियां हासिल की। उन्होंने बताया कि समस्त संस्थानों में ई-हॉस्पिटल मैनेजमेन्ट इनफॉरमेशन सिस्टम स्थापित किये जाने के आदेश दिए गए जो माह अगस्त, 2018 से प्रारम्भ होना प्रस्तावित है। समस्त संस्थानों को जेम-पोर्टल तथा ई-टेण्डर के माध्यम से ही क्रय करने के लिए निर्देशित किया गया जिसके माध्यम से लगभग 60.00 करोड़ के उपकरण क्रय किये गये।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में बढ़ रहे कैंसर के मरीजों के उपचार हेतु कैंसर संस्थान लखनऊ में ए0ई0आर0बी0 से अनुमति प्राप्त होने के उपरान्त विकिरण सुरक्षा भवन का  शिलान्यास तथा कैंसर संस्थान में विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से टाटा मेमोरियल कैंसर संस्थान, मुम्बई से एम0ओ0यू0 पर सहमति बनीं।
जेके कैंसर संस्थान, कानपुर में टेलीकोबाल्ट-60, रेडिएशन सर्वे मीटर इत्यादि जैसे विशिष्ट उपकरण उपलब्ध कराये गये। उन्होंने बताया कि मस्तिष्क ज्वर से पीड़ित बाल रोगियों के उपचार हेतु बीआरडी मेडिकल कालेज, गोरखपुर में अतिरिक्त शैय्याओं तथा उपकरणों की उपलब्धता करायी गयी।
आरएमआरसी (रीजनल मेडिकल रिसर्च सेन्टर) की स्थापना हेतु बीआरडी मेडिकल कालेज, गोरखपुर में 1.56 एकड़ भूमि दिव्यांग जन सशक्तिकरण विभाग, भारत सरकार को निःशुल्क हस्तान्तरित की जा चुकी है जिसके स्थापना से वेक्टर जनित वायरस से होने वाली बीमारियों के उच्च स्तरीय जांच में सहायता मिलेगी तथा मस्तिष्क ज्वर से पीड़ित बच्चों में बीमारी के बाद होने वाली अपंगताओं का निवारण करने में सफलता मिलेगी।
टंडन ने बताया कि प्रदेश के राजकीय मेडिकल कालेजों में जीर्णाद्धार विद्युत सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा, मेडिकल गैस पाइप लाइन इत्यादि का कार्य प्रगतिशील है। आगामी कुम्भ मेले को दृष्टिगत रखते हुए मोती लाल नेहरू मेडिकल कालेज इलाहाबाद में ट्रामा सेन्टर का निर्माण कार्य प्रगति पर है जिसे आगामी कुम्भ मेले से पहले संचालित करने का लक्ष्य है।
उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, गोरखपुर का निर्माणकार्य प्रगति पर है जिसका ओपीडी मार्च, 2019 तक प्रारम्भ करने का लक्ष्य है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली का ओपीडी का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है जिसे जुलाई, 2018 तक प्रारम्भ करने का लक्ष्य है।
राजकीय मेडिकल कालेज, इलाहाबाद, गोरखपुर, झांसी तथा मेरठ के सुपर स्पेशियेलिटी ब्लॉक का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है, जिन्हें माह अगस्त, 2018 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। मंत्री ने बताया कि राजकीय मेडिकल कालेज, कानपुर तथा आगरा में सुपर स्पेशियेलिटी ब्लॉक का निर्माण कार्य माह जून, 2018 में प्रारम्भ करने का लक्ष्य है।
जनपद फैजाबाद, बस्ती, बहराइच, फिरोजाबाद एवं शाहजहांपुर को उच्चीकृत कर राजकीय मेडिकल कालेजों में स्थापित किये जाने का निर्माण कार्य प्रगति पर है तथा शैक्षणिक सत्र 2019-2020 तक संचालित किये जाने का लक्ष्य है। 08 अन्य जिला चिकित्सालयों को उच्चीकृत कर राजकीय मेडिकल कालेज बनाने हेतु केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृति प्राप्त होने के उपरान्त एमओयू का निष्पादन हो चुका है।

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