डा0 हैनिमैन की 263 वीं जयंती पर सेमिनार का किया गया आयोजन
लखनऊ। होम्योपैथी चिकित्सा विधा इस देश के सामाजिक आर्थिक परिवेश के उपयुक्त है और पीड़ित को बिना पीड़ा पहुँचा उनका उपचार करती है। होम्योपैथिक दवाओं का घर-घर तक पहुँचाना इसकी स्वीकार्यता स्वयं विरूद्ध करती है।
यह उदगार प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने आज गन्ना संस्थान के प्रेक्षागृह में होम्योपैथी के जनक डा0 हैनीमैन की 263वीं जयन्ती कार्यक्रम में विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि डा0 हैनीमैन भले ही जर्मनी में पैदा हुए हो लेकिन अनुयायी यहां अधिक है। श्री शास्त्री ने चिकित्सको का आवहान किया कि पीड़ित मानवता की सेवा में प्राण पल से जुटे रहे, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धा होगी।
निदेशक होम्योपैथी डा0 वी0के0 विमल ने कहा कि पहली बार प्रदेश सरकार के निर्देश पर विश्व होम्योपैथिक सप्ताह के तहत प्रदेश के 06 नगरों में हैनीमैन जयन्ती के उपलक्ष्य में सेमिनार आयोजित किया जा रहा है।
