बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं में इंसानियत एक बार फिर शर्मसार हुई। पहले अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते एक शख्स को अपनी पत्नी का शव कंधे पर लादकर ले जाना पड़ा। बाद में मामले के तूल पकड़ने पर अस्पताल प्रशासन ने वही रटा-रटाया जांच के आदेश वाला बयान जारी कर दिया।
सरकार भले ही आंकड़ों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होने के लाख दावे कर ले, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है। दरअसल यूपी में ध्वस्त हो चुकी 108 एम्बुलेंस सेवा के चलते मरीज कहीं अपने पिता के कंधों पर दम तोड़ रहे हैं तो कहीं परिजन मरीज को ठेलिया और चारपाई से ढो रहे हैं।
