उन्नाव। बलात्कार के केस में फंसे उन्नाव के बांगरमऊ से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर सीतापुर जेल में शिफ्ट किया गया। बता दें कि रेप पीड़िता ने कोर्ट में अपील करके आरोपी को उन्नाव जेल से कहीं दूसरे जिला की कारागार में शिफ्ट करने की मांग की थी।
इसके बाद हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए विधायक को सीतापुर जेल में शिफ्ट करने का आदेश दिया। गौरतलब है कि राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस ने सीबीआई को केस ट्रांसफर कर दिया। सीबीआई ने आरोपी विधायक को गिरफ्तार करके ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पूछताछ की इसके बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया था।
क्योंकि पीड़िता और उसके चाचा ने उन्नाव जेल में आरोपियों की खातिरदारी का आरोप लगाया था। आरोप था कि जेल में आरोपी विधायक के रिश्तेदार राशन सप्लाई करते हैं, इसके अलावा जेल अधिकारी भी विधायक के रिश्तेदार हैं। इन सब बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए उसे सीतापुर जेल शिफ्ट किया गया।

गौरतलब है कि रेप पीड़िता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में सेंगर को उन्नाव जेल से शिफ्ट करने की गुहार लगाई थी। मंगलवार सुबह 7 से 8 बजे के बीच सेंगर को शिफ्ट किया गया। उन्नाव जेल के जेलर ने इस बात की पुष्टि की है। इससे पहले गत बुधवार को उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के चाचा ने हाईकोर्ट में मामले की चल रही सुनवाई के दौरान कोर्ट के सामने अपना पक्ष रखा।
पीड़िता के चाचा ने सीबीआई की जांच पर भरोसा जताते हुए हाईकोर्ट से न्याय की उम्मीद जताई थी। हालांकि अभी भी रेप और हत्या में शामिल आरोपियों के खुले में घूमने और पुलिस प्रशासन के रवैये पर उन्होंने सवाल खड़े किए थे। इसके साथ ही उनके भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाले टिंकू सिंह का पता लगाने की भी मांग की थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि मामले में आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के उन्नाव जेल में दरबार लगा रहे हैं। यही नहीं, उनके समर्थकों द्वारा गांव के लोगों को डराया धमकाया भी जा रहा है। रेप पीड़िता के चाचा ने मुकदमे की सुनवाई दिल्ली ट्रांसफर किए जाने की भी मांग की। उधर मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई हुई।
सीबीआई ने विवेचना की प्रगति रिपोर्ट सील बन्द लिफाफे में अदालत में पेश की। कोर्ट ने सीबीआई की धीमी जांच पर नाराजगी जताते हुए प्रगति रिपोर्ट देखने के बाद उसे सीबीआई को वापस कर दिया।उन्नाव रेप मामले में रेप पीड़िता की मां ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अपने पति के खिलाफ आर्म्स एक्ट में फर्जी एफआईआर दर्ज कराने वाले टिंकू सिंह के लापता होने के मामले भी जांच की मांग की है।
