सवाल करने वाले को बताया बीएसपी एजेंट
फर्रुखाबाद। बौद्ध सर्किट के प्रमुख तीर्थ स्थल संकिसा में बौद्ध मंदिरों में पड़ी डकैती का हाल लेने आये सूबे के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य जनता की जुबानी बढ़ते अपराधों की कहानी सुनते ही भड़क उठे। संकिसा में आये दिन होने वाले अपराधों का मुद्दा उठाने वाले सुरेश बौद्ध को स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा का एजेंट कहते हुए खूब खरी खोटी सुनाई।
बहरहाल स्वामी प्रसाद मौर्य बढ़ते अपराधों का चिट्ठा सुनते ही आपे से बाहर हो गए। स्वामी प्रसाद का गुस्सा देख उनकी बैठक में हंगामा हो गया। मंत्री ने नाश्ता किया और भूटान मंदिर में चोरी का हाल जाने बिना ही वापस चले गए।
दरअसल रविवार को डकैतों ने संकिसा के बुद्ध बिहार और भूटान के बुद्ध मंदिर में असलहों के दम पर डकैती डाली थी। भिक्षु चेत्सिक बोधि के बुद्ध मंदिर में बदमाशों ने भिक्षुओं पर प्राणघातक हमला भी किया था। एक भंते की आँख में भी गंभीर चोट आई है। पुलिस अभी तक मामले का खुलासा नहीं कर पायी है।
इसी घटना की जानकारी करने श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या संकिसा आये थे। वह घटना स्थल पर भाजपा नेताओं के साथ बैठे थे तभी सुरेश बौद्ध ने संकिसा में लूट और छिनैती की घटनाओं पर काबू न होने और साथ ही इन घटनाओं को थाना सीमा विवाद में फांसने का आरोप लगाया। सुरेश बौद्ध ने कहा कि घटनाओं का विवरण आप पुलिस और पत्रकारों से जान सकते हैं।
मौर्या को अपराधों का काला चिट्ठा खुलना बर्दाश्त नहीं हुआ। उन्होंने सुरेश बौद्ध से नाम पूछा और भड़क गए। बोले तुम बसपा के एजेंट हो। तुम किसी घटना की लिखित शिकायत क्यों नहीं करते। तुम हमारी सरकार को बदनाम कर रहे हो। गुस्साए स्वामी भड़के तो रुके ही नहीं। हंगामे के बीच ही बैठक खत्म हो गई। सुरेश बौद्ध ने कहा कि वह तो बसपा के साधारण सदस्य तक नहीं कभी रहे। उन्हांने कहा कि हकीकत को कहने से कोई एजेंट हो जाता है।