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देश के 19 राज्यों के किसान केन्द्र सरकार को कुम्भकर्णी नींद से जगाने के लिए आयें: मसूद अहमद

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लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 मसूद अहमद (Dr. Masood Ahmad) ने कहा कि भाजपा की केन्द्र तथा प्रदेश की दोनो सरकारें कब तक किसानों को धोखा देने और उनके साथ नइन्साफी करने का काम करती रहेंगी।

Farmers from 19 states of the country come to wake the Central Government from sleep: Dr. Masood Ahmad
Farmers from 19 states of the country come to wake the Central Government from sleep: Dr. Masood Ahmad

देश के प्रधानमंत्री ने चार वर्ष पहले देश के किसानों से वादा किया था कि उनकी फसल की लागत का डेढ गुना मूल्य दिया जायेगा। अब तक वही एक वादा पूरा नहीं किया जा सका और सरकार से क्या उम्मीद की जाय?

उत्तर प्रदेश में चुनाव के समय प्रदेश में उन्हीं प्रधानमंत्री एवं भाजपा के स्टार प्रचारक नरेन्द्र मोदी ने किसानों के कर्जे माफ करने का वादा किया था वह भी अब तक पूरा नहीं हो सका और प्रदेश का किसान अपने को ठगा महसूस कर रहा है।

कमोवेष स्थिति सम्पूर्ण भारत के किसानों की है। डॉ0 अहमद (Dr. Masood Ahmad) ने कहा कि देश के 19 राज्यों के किसान एवं विभिन्न कृषि क्षेत्र के संगठन दिल्ली में घेरा डालकर केन्द्र सरकार को चार साल की कुम्भकर्णी नींद से जगाने के लिए आयें हैं परन्तु ऐसा लगता है कि देश के भाजपाई प्रतिनिधि एवं प्रधानमंत्री किसानों की अनदेखी करते हुये चिर निद्रा में विलीन है।

किसानों के सब्र का बांध टूट गया है क्योंकि चार वर्ष का इंतजार बहुत अधिक होता है और प्रमुख समाजवादी विचारक डॉ0 लोहिया ने कहा था कि जिंदा कौमे पांच साल इंतजार नहीं करती।

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किसान देश का अन्नदाता है और खून पसीना बहाकर देशवासियों के लिए रोटी का प्रबन्ध करता है। रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में स्वामीनाथ आयोग की सिफारिशें लागू करके ही किसानों के आंसू पोछे जा सकते हैं इसके साथ ही एक बार सम्पूर्ण कृषि ऋण माफ करना बहुत आवश्यक है। जिसको प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार ने देखने का प्रयास नहीं किया है।

प्रदेश का किसान भाजपा के प्रचारको एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की लीपापोती से निराष होकर किसान मसीहा श्रद्वेय चौ0 चरण सिंह को याद करते हुये सोच रहा है कि वह दिन कब आयेगा जब देश में किसानों, मजदूरों, कामगारों और युवा वर्ग के साथ कथनी और करनी में अन्तर न रहेगा और इस उपेक्षित वर्ग को न्याय मिलेगा।

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