गतिशील लोगों का भाग्य भी होता है गतिशील: राम नाईक
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डीएम डा. अनिल कुमार पाठक रचित काव्य संग्रह पारस-बेला का राज्यपाल (Ram Naik) ने किया विमोचन
फैजाबाद। हजारों वर्ष पूर्व लिखे गये ग्रंथ ऐतरेय ब्राहमण का चरैवेति-चरैवेति का तात्पर्य है जो सोये हैं उनका भाग्य भी सो रहा होता है, जो बैठे हैं उनका भाग्य भी बैठा रहता है, जो खड़े हैं उनका भाग्य भी खड़ा होता है, किन्तु जो गतिशील हैं उनका भाग्य भी गतिशील रहता है इसलिए चलते रहो।
