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सिद्धार्थनगर जिले की कपिलवस्तु विधानसभा का हर परिणाम रहा दिलचस्प, जानिए यह सीट अब किसके लिए सुरक्षित

उत्तर प्रदेश की कपिलवस्तु विधानसभा जिसका नाम पहले नौगढ़ था. उसके पहले सीट को बानगंगा पूरब के नाम से जाना जाता था. पहले विधानसभा चुनाव बीते 2017 के विधानसभा चुनाव तक हर बाजी यहां दिलचस्प रही है. एक बार फिर आगामी चुनाव में यहां काटें की टक्कर देखने को मिलेगी. लंबे समय तक इस सीट पर कांग्रेस-बीजेपी यहां आमने-सामने रही है. लेकिन चुनावी समीकरणों ने यहां भी बहुत कुछ बदला है.

कैसा रहा सियासी सफ़र

1952 में इस विधानसभा क्षेत्र के पहले विधायक सुलेमान थे. उन्होंने इस सीट पर दो बार जीत दर्ज की. लेकिन चुनाव दर चुनाव यहां कि सियासत ने करवट बदली. जिसका परिणाम रोमांचित करने वाला रहा. 1962 में कांग्रेस ने मथुरा प्रसाद पांडे ने यहां पर जीत दर्ज की. लेकिन दूसरे चुनाव से पहले हुए 1967 में हुए परिसीमन के बाद इस सीट का राजनीतिक समीकरण बदल गया. 1967 के चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता मथुरा पांडे को हार का सामना करना पड़ा. इस चुनाव में जनसंघ के धनराज यादव से उन्हें हारना पड़ा. वहीं 1969 में मथुरा पांडे एमएलसी हुए और अपने बेटे अभिमन्यु पांडे को कांग्रेस ने टिकट दिलाया. अभिमन्यु पांडे ने धनराज यादव को हराकर विधानसभा में फिर जगह बनाई. 1974 में जनसंघ से रेखा यादव को टिकट मिला और उन्होंने फिर जीत दर्ज की. 1977 में एक बार फिर कांग्रेस की लहराई मथुरा पांडे को जनता ने चुनकर विधानसभा भेज दिया. 1980 में जनसंघ भाजपा में तब्दील हुई 80 के चुनाव में भाजपा ने धनराज यादव को टिकट दिया. एक बार फिर प्रतिद्वंदी मथुरा पांडे को मात देकर विधानसभा में अपनी जगह बनाई.

1985 में एक बार फिर यह सीट भाजपा के हाथ आई और मथुरा पांडे ने राजनीति को अलविदा कह दिया. 1989 के चुनाव में भाजपा के धनराज यादव और कांग्रेस के ईश्वर चंद्र शुक्ला में कांटे की टक्कर हुई. इस बार लोकदल के उम्मीदवार सईद भ्रमर धनराज यादव को करारी शिकस्त दी. इसके बाद 1991, 1993 और 1996 में धनराज यादव लगातार तीन बार जीतकर विधायक हुए.

2002 के विधानसभा चुनाव में अनिल सिंह ने धनराज यादव को चुनाव में हरा दिया. 2007 के विधानसभा में धनराज यादव कांग्रेस के ईश्वर चंद शुक्ला से करारी शिकस्त पाकर राजनीति से अलग हो गए. इसके बाद यह सीट सुरक्षित हुई और सपा से विजय पासवान यहां से विधायक बने.

2017 का कुछ ऐसा रहा परिणाम

भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री राम सिंह चौहान को 40 हजार मतों से हराकर बड़े चेहरे के रूप में उभरे. 2012 की विधानसभा चुनाव में एक बार फिर सपा के विजय कुमार पासवान ने जीत दर्ज की. लेकिन 2017 के चुनाव में श्याम धनी ने भाजपा से बड़ी जीत हासिल की. श्याम धनी बीते  चुनाव में 114,082 वोट मिला जो लगभग 48.52 प्रतिशत रहा. विजय कुमार पासवान समाजवादी पार्टी से दूसरे स्थान पर रहे. उन्हें 75928 वोट मिले जो 32.29 प्रतिशत रहा. बहुजन समाज पार्टी से चंद्रभान तीसरे स्थान पर रहे जिन्हें 37166 वोट मिले, इनका वोट प्रतिशत लगभग 15.5 प्रतिशत रहा.

कुल मतदाता

कपिलवस्तु विधानसभा सीट पर मतदाताओं की संख्या 383741 है. इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 208081 है. जबकि महिलाओं की संख्या एक लाख 75 हजार 67 है.

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