Tevar Times
Online Hindi News Portal

एबीवीपी ने फीस बढ़ोतरी को लेकर लामर्ट्स के खिलाफ खोला मोर्चा

0
लखनऊ। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सोमवार को राजधानी स्थित लॉ माटिनियर (लामर्ट्स) कालेज के खिलाफ प्रदर्शन किया। परिषद कार्यकर्ताओं ने लामर्ट्स पर फीस बढ़ोतरी के साथ एक मुस्त फीस लिए जाने का आरोप लगाया है। प्रांत संपर्क प्रमुख विनय सिंह और आशीष काका के नेतृत्व में विक्रमादित्य मार्ग पर एकत्रित हुए कार्यकर्ताओं ने कालेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
परिषद के अवध प्रान्त के संगठन मंत्री सत्यभान ने आईपीएन को बताया कि बीते दिनों जब प्रदेश सरकार ने उप्र वित्त पोषित स्वतंत्र विद्यालय (शुल्क का विनियमन) विधेयक लागू कर दिया है, तो लामर्ट्स कालेज को उसी के दायरे में रहकर कार्य करना चाहिए। लेकिन वह ऐसा नहीं कर रहा है। सारे आम नियम कानून की धज्जियां उड़ा रहा है।
एक मुश्त फीस अभिभावकों से जमा कराकर उनको आर्थिक रूप से कमजोर बनाने का प्रयास कर रहा है। जबकि नियम है कि फीस त्रैमासिक या छमाही ही ली जा सकेगी। फिर ऐसा क्यों नहीं हो रहा है। क्या लमार्ट्स कालेज सरकार से बड़ा हो गया है। यह वह बनाये गये सरकारी अधिनियम को मानना नहीं चाहता है। यह कालेज को साफ करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जबकि अधिनियम छात्र से एक ही बार प्रवेश फीस लिए जाने का प्राविधान है, तो नौवीं पास करने वाले छात्र से दुबारा प्रवेश शुल्क किस लिए लिया जा रहा है। इन सब बातों का जवाब कालेज के पास नहीं है। इस पर कालेज प्रशासन आंख खोल ले वरना और भी बड़ा आंदोलन किया जायेगा।
विभाग संगठन मंत्री अभिलाष मिश्रा ने बताया कि ज्यादातर प्राइवेट स्कूल नियमों का उल्लघंन कर रहे हैं। सरकार को कालेज पर जुर्माना लगाना चाहिए। ऐसे स्कूलों के खिलाफ सरकार को टीम बनाकर कार्यवाही करनी चाहिए। जब सरकार ने नियम बना दिया है कि सत्र शुरू होने के 60 दिन पहले स्कूल की बढ़ाई जाने वाली फीस का हर मद में ब्यौरा अपनी वेबसाईट पर डालना होगा।
तो इस नियम का पालन लामर्ट्स क्यों नहीं कर रहा है। कहीं ना कहीं कालेज के मन में कुछ चोर जो ऐसी हरकतें कर रहा है। इसे कालेज तत्काल प्रभाव से लागू करे। वरना बड़ा आन्दोलन किया जायेगा। इस मौके पर महानगर संगठन मंत्री अंशुल श्रीवास्तव, विवेक सिंह मोनू, आशुतोष, बावा हरदेव, हर्षित, राजकुमार यादव, अतुल, सुभाष, अखण्ड, अंकेश अमन, रवि, गौरव, हैरी समेत अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More