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तन्वी पासपोर्ट मामले के गवाह का अपहरण, बच कर भागा 

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लखनऊ/लखीमपुर-खीरी। तन्वी सेठ पासपोर्ट के मामले के चश्मदीद गवाह कुलदीप का बदमाशों द्वारा अपहरण किए खबर ने मामले को फिर गर्मा दिया है। फिलहाल किसी तरह बदमाशों के चंगुल से छूटकर भागे कुलदीप ने खीरी पुलिस ने इस मामले की जानकारी दी। खीरी पुलिस की सूचना पर लखनऊ क्राइम ब्रांच शनिवार देर रात रात को ही कुलदीप को अपने साथ ले गई है। इस मामले में लखीमपुर की संसारपुर पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज करायी है।
लखनऊ के जानकीपुरम विस्तार प्लाट नंबर 3 निवासी पीड़ित कुलदीप सिंह पुत्र रामेंद्र सिंह ने पुलिस को बताया कि शनिवार दोपहर 1ः30 बजे अपने आधार कार्ड का प्रिंट आउट निकालने के लिए बाइक से भवानी बाजार जा रहा था।

इस बीच आए स्कार्पियो सवार लोगों ने तमंचा दिखाकर उसे गाड़ी में डालकर बदमाश ले भागे। कुलदीप सिंह ने बताया कि लखनऊ हाईवे पर उसे कोई नशा सुंघा दिया गया। कई घंटों बाद कुलदीप को होश आया तो गाड़ी एक ढाबे पर खड़ी हुई थी। कुछ देर के गाडी से उतरे बदमाशों को चकमा देकर वह भाग निकला और शनिवार रात एक बजे हैदराबाद थाना क्षेत्र के संसारपुर पुलिस चौकी पहुंचा, जहां उसने पूरे मामले की जानकारी दी।
इन्स्पेक्टर मैलानी बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले की जानकारी लखनऊ क्राइम ब्रांच और जानकीपुरम पुलिस को रात को ही दे दी। रात को दो बजे लखनऊ क्राइम ब्रांच की टीम संसारपुर पुलिस चौकी पहुंची और कुलदीप को अपने साथ ले गई है।
गौरतलब है कि तन्वी और उनके पति अनस बुधवार को लखनऊ के रतन स्क्वॉयर स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र में पासपोर्ट बनवाने गए थे। इस दौरान पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्र और तन्वी के बीच दस्तावेजों को लेकर विवाद हुआ था।
तन्वी सेठ का आरोप था कि मुस्लिम से शादी करने को लेकर विकास मिश्रा ने उन पर व्यक्तिगत कमेंट किए थे। इसकी शिकायत उन्होंने ट्वीटर के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से की थी। विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद गुरुवार को क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी पीयूष वर्मा ने चंद घंटों में तन्वी का पासपोर्ट बनवाकर दे दिया था। इसके साथ ही विकास मिश्रा का ट्रांसफर गोरखपुर कर दिया गया था।

इस पूरे घटनाक्रम पर सफाई देते हुए विकास मिश्रा तन्वी सेठ के आरोपों को निराधार बताया था। उन्होंने कहा कि वह सिर्फ नियमों का पालन कर रहे थे। तन्वी सेठ के निकाहनामें में उनका नाम शादिया अनस लिखा हुआ है, जबकि अन्य दस्तावेज में तन्वी सेठ। जब तन्वी सेठ से उन्होंने दूसरे नाम का उल्लेख आवेदन पत्र में करने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया।
जबकि वह पासपोर्ट में अपने पति का नाम निकाहनामें को आधार बनाकर जुड़वाना चाहती थीं। विकास मिश्रा का पक्ष सामने आने के बाद मौके पर मौजूद कई लोग उनके पक्ष में आए थे। कुलदीप भी उनमें से एक है।कुलदीप का कहना है कि अपहरण करने वाले उसे नेपाल ले जाने की फिराक में थे। कुलदीप ने आशंका जताई है कि उनका अपहरण इसी मामले में करने की कोशिश की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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