Tevar Times
Online Hindi News Portal

शाम को बाबू की पिटाई, सुबह एसपी ने एआरटीओ दफ्तर में मारा छापा

0
  • दलालों द्वारा लिपिक को पीटने के मामले में मुकदमा दर्ज
  • दिन भर एआरटीओ दफ्तर में रहा सनसनी का आलम 
अम्बेडकरनगर। बीती शाम एआरटीओ दफ्तर के बाबू की हुई पिटाई के प्रकरण में कर्मचारियों में बढ़ते आक्रोश पर पुलिस अधीक्षक ने आज छापा मार कर मरहम लगाने का प्रयास किया। बिल्कुल फिल्मी अंदाज में एआरटीओ दफ्तर पहुचे पुलिस अधीक्षक ने तमाम आवश्यक पूछताछ की और उनके साथ मौजूद पुलिस बल की हरकतों और सक्रियता के मद्देनजर परिसर में हडकम्प मच गयी।

बाहर दुकानों के शटर धडाधड गिरने लगे। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने एआरटीओ से बकायदा जानकारी लेने के बाद तमाम कार्यो के लिए लिये जाने वाले सरकारी शुल्क की सूची चस्पा किये जाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
उल्लेखनीय है कि उप सम्भागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में दलालो ने अपना वर्चस्व स्थापित करने की मंशा के तहत लिपिक यासिर हुसैन पर हमला बोल कर शुक्रवार की शाम लिपिक पर हुए हमले से कार्यालय में अफरा तफरी मच गई थी। देर शाम लिपिक यासिर की तहरीर पर पांच ज्ञात व अन्य अज्ञात के विरुद्ध अकबरपुर थाने में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
वंही कार्यालय में हुई मारपीट की घटना के बाद शनिवार को पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार मिश्र ने एआरटीओ कार्यालय का दौरा किया तथा एआरटीओ के एन सिंह से पूरे प्रकरण की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि दलालो का प्रवेश प्रतिबंधित करने के लिए कार्यालय के बाहर बड़े बड़े बोर्ड लगवाए जांय और दलालो के जबरन प्रवेश किये जाने की जानकारी पुलिस को दें।
पुलिस अधीक्षक के पहुंचते ही एआरटीओ कार्यालय के अन्दर व बाहर भगदड़ सी मच गई। कल की घटना के बाद बाहर की अधिकतर दुकाने बन्द थी। कार्यालय में मौजूद कुछ लोगो से एसपी ने पूछताछ भी की। गौरतलब है कि शुक्रवार की शाम दलालों ने एकजुट होकर लिपिक यासिर पर हमला कर दिया था।
कार्यालय के अंदर अचानक हुई मारपीट की घटना से भगदड़ मच गई। जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक हमलावर निकल गए। लिपिक पर हुए हमले की जानकारी मिलते ही एआरटीओ भी कार्यालय पहुंच गए। लिपिक द्वारा दी गयी तहरीर में भी दलाल शब्द का जिक्र किया गया है जिससे साफ है कि उस कार्यालय में दलालो का वर्चस्व है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More