Tevar Times
Online Hindi News Portal

चिड़िया घर में हिप्पो बादल की अकस्मिक मौत

0

बादल की मौत के कारणो का पता लगाएगी 05 सदस्यीय टीम

लखनऊ। नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान (चिड़िया घर) लखनऊ में दो दिन पहले वृद्ध बाघ शिशिर की मौत के बाद शुक्रवार दोपहर नर दरियाई घोड़े (हिप्पो) बादल की अकस्मिक मौत हो गई। बादल 10 वर्ष का था। उसकी अचानक हुई मौत पर प्राणि उद्यान प्रशासन भी स्तब्ध है। जहां अचानक हुई दरयाई घोड़े की मौत के सम्बन्ध में उद्यान प्रशासन अन्तर्राष्ट्रीय एवं राश्ट्रीय स्तर के एक्सपर्ट्स से सर्म्पक स्थापित कर उनकी राय ले रहा है। वहीं ऐसी घटना दोबारा न हो इसके लिए एक  05 सदस्यीय टीम का गठन बादल की मौत के कारणों पता लगाने में जुटा है।
इस सम्बन्ध में प्राणि उद्यान, लखनऊ के निदेशक आरके सिंह ने बताया कि आज दोपहर लगभग 01ः40 पर नर हिप्पो बादल जिसकी उम्र लगभग 10 वर्ष थी की अकस्मात मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि प्राणि उद्यान में हिप्पो की आकस्मिक मृत्यु एक अप्रत्याशित घटना है। इसके प्रति सतर्कता एवं निदान के प्रयास के लिए उद्वान प्रशासन अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के एक्सपर्ट्स सम्पर्क स्थापित कर रहा है।
उन्होंने बताया कि उद्यान प्रशासन ने आईयूसीएन की अध्यक्ष व सेन डिएगो स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए की हिप्पो स्पेशलिस्ट डा. रिबेका लुइसन, आईवीआरआई बरेली के निदेशक डा. आरके सिंह व डा. एके शर्मा और वाइल्ड लाइफ इन्स्टीट्यूट आफ इण्डिया, देहरादून के निदेशक डा. वीबी माथुर को ई-मेल भेज कर पर हिप्पों की आकस्मिक मौत पर राय मांगी है। इसके अलावा देश के समस्त बड़े प्राणि उद्यानों को भी ई-मेल भेज कर निदान के लिए राय मांगी जा रही है।

निदेशक सिंह ने बताया कि  बादल हिप्पो का पोस्टमार्टम एवं अप्रत्याषित मृत्यु का सही-सही कारण जानने के लिए सात पशु चिकित्सकों की एक्सपर्ट्स की टीम को बुलाया गया है।  जिनके प्राणि उद्यान पहॅुचने पर ही पोस्टमार्टम की कार्यवाही सम्पन्न की जायेगी।
इस टीम में आईवीआरआई बरेली के सर्जरी डिवीजन के प्रिंसिपल साइन्टिस्ट डा. एएम पावडे़, पैरासिटोलॉजी डिवीजन के सीनियर साइन्टिस्ट डा. हीरा राम, मेडिसिन डिवीजन के साइन्टिस्ट  डा. के. महेन्द्रन व 4. सीडब्लूएल साइन्टिस्ट डा. एम करिकलन, कानपुर प्राणि उद्यान के पशु चिकित्साधिकारी डा. आरके सिंह, लखनऊ चिड़ियाघर के उप निदेशक डा. उत्कर्ष शुक्ला और लखनऊ के , मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. तेज सिंह यादव शामिल हैं।
निदेशक आरके सिंह ने बताया कि हिप्पो की मौत की इस आकस्मिक घटना को प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्य जीव ने अयन्त गंभीरता से लिया और और मृत्यु का कारण एवं भविश्य में पुरावृत्ति न हो इसके लिए 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।
इस टीम में आईवीआरआई बरेली के सर्जरी डिवीजन के प्रिंसिपल साइन्टिस्ट डा. एएम पावडे़, आईवीआरआई के पैरासिटोलॉजी डिवीजन के सीनियर साइन्टिस्ट डा. हीरा राम, मेडिसिन डिवीजन के साइन्टिस्ट डा. के. महेन्द्रन व  सीडब्लूएल साइन्टिस्ट डा. एम करिकलन और कानपुर प्राणि उद्यान के पशु चिकित्साधिकारी डा. आरके सिंह शामिल हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More