लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा यहां कहा कि एक साल से ज्यादा वक्त में यूपी पुलिस की छवि देश में बदली है। पहले कानून-व्यवस्था एक बड़ा मुद्दा था। टीम वर्क से यूपी की कानून-व्यवस्था में सुधार होने से निवेशक प्रदेश में निवेश के लिए आ रहे हैं।
निवेश आने से प्रदेश में बड़ी संख्या में रोजगार पैदा होंगे। मुख्यमंत्री बुधवार को इंदिरा भवन में आरक्षी पुलिस प्रशिक्षुओं के प्रशिक्षण सत्र के शुभारंभ के अवसर पर वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से आरक्षी पुलिस प्रशिक्षुओं को संबोधित कर रहे थे। आज प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारभ 29 जगहों पर किया जा रहा है।
इस मौके पर योगी ने कहा कि देश के सबसे राज्य उत्तर प्रदेश में वर्षों से पुलिस बल में विभिन्न पदों पर रिक्रूटमेंट की प्रक्रिया लंबित पड़ी थी। इसका प्रभाव पुलिस बल के दैनिक कार्यों, आमजन सुरक्षा, यातायात व्यवस्था और अन्य दैनिक जीवन में किसी न किसी रूप से आमजन के कार्यों पर पड़ रहा था।
उन्होंने कहा कि मार्च 2017 में जब हम लोगों ने प्रदेश के अंदर सत्ता संभाली तो प्रदेश की कानून व्यवस्था, प्रदेश के अंदर व्याप्त अराजकता, पुलिस और पब्लिक के बीच में अविश्वास का वातावरण और आमजन के अंदर असुरक्षा का भाव चुनौती थी।
मैं बधाई दूंगा पुलिस बल से जुड़े सभी अधिकारियों और आरक्षियों को जिनके प्रयास से विगत एक वर्ष से अधिक के अंतराल में उत्तर प्रदेश की छवि बदली है। पूरे देश के सामने प्रदेश की एक नई तस्वीर प्रस्तुत करने में इसी पुलिस बल ने एक बहुत बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है।
उन्होंने कहा कि आज हर कोई यह स्वीकार करता है कि यूपी की कानून व्यवस्था देश के बेहतरीन राज्यों में से एक है। यूपी में सुरक्षा का नया वातावरण पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि फिर आज भी हमारो सामने चुनौती है कि हमारे पास पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल में आरक्षीगणों का जो अनुपात होना चाहिए उसकी कमी बनी हुई है।
इस कमी को दूर करने के लिए ही हम लोगों ने इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। 33 हजार से अधिक पुलिस बल के नए रिक्रूट आरक्षीगणों के प्रशिक्षण शुभारंभ का यह कार्यक्रम महत्वपूर्ण है। योगी ने कहा कि पर आज भी पुलिस बल कम है, पुलिस विभाग में आज भी 160000 से ज्यादा रिक्तियां है।
इन रिक्तियों के बाद भी हमारे पुलिस बल ने सुरक्षा का वातावारण देने में जो काम बल ने किया है यह प्रसंसनीय है। लेकिन फिर भी इसको और भी अच्छा किए जाने की जरूरत है। योगी ने कहा कि यह भर्ती बहुत पहले होनी चाहिए था, लेकिन कोर्ट में मामले लम्बित होने से पैरवी की लम्बी प्रक्रिया के बाद यह भर्ती व प्रशिक्षण प्रक्रिया में हम सफल हुए।
योगी ने कहा कि यह देश मे पहली बार हो रहा है कि पुलिस प्रशिक्षण के लिए वर्च्युवल क्लास शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस परम्परागत रूप से अपने को जड़ता को भागी नहीं बना सकती है। समय के अनुरूप अपराध की प्रकृति व प्रवृत्तियां बदली है और पुलिस को भी उसके अनुसार बदलना होगा और यूपी पुलिस ने खुद में बदलाव किया और उस दिशा में लगातार काम कर रही है, जो प्रसंसनीय है।
उन्होंने कहा कि 16 माह में यूपी पुलिस ने आंतकी घटना से निपटने को एटीएस ंकी मजबूत किया तो संगठित अपराध को रोकने को एसटीएफ को मजबूत किया। साइबर क्राइम के लिए नए थाने गठित किए। पीएससी की 54 कंपनियों के पुनर्गठन का काम सरकार ने किया। आज हम हर प्रकार की स्थिति में काम करने के लिए पुलिस को तैयार कर रहे है। आठ जोनल में फॉरेंसिक लैब की स्थापना की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर फ़ोर्स में अनुसाशन नहीं है तो वे जीवन मे कुछ नहीं कर सकते। आज की पुलिस ब्रिटश पुलिस नही बन सकती, आज की पुलिस को आम जन के साथ जुड़ना होगा पर जो कानून को तोड़ने वाले अपराध करने वालों के लिए पुलिस भय का पर्याय होने होना चाहिए।