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भारी वर्षा एवं आकाशीय बिजली से चार दिनों में 70 मौतें

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विभिन्न जिलों में पिछले चार दिनों से हो रही भारी वर्षा एवं आकाशीय बिजली के कारण हुए हादसो में जहां 70 लोगों की मौत हो गई। वहीं 77 लोग जख्मी हो गए। बारिश के चलते हुए हादसों में जहां 33 पशु भी मौत का शिकार हो गए, वहीं करीब 408 मकान व झोपड़िया क्षतिग्रस्त हो गई।
भारी वर्षा एवं आकाशीय बिजली से हुयी जन-धन की हानि के लिए राहत सहायता राशि के वितरण की कार्यवाही त्वरित गति से की गयी है। लगभग 99 प्रतिशत लोगों को राहत राशि वितरित की जा चुकी है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, बारिश और आकाशीय बिजली के चलते हुई घटनाओं से अब तक सहारनपुर में 11, आगरा व मेरठ में छह, मुजफ्फरनगर और कासगंज, बुलंदशहर व कन्नौज में तीन लोगों की मौत हुई है।
वहीं मुजफ्फरनगर में 05 मैनपुरी में चार, बरेली आजमगढ़़, बागपत में दो और कानपुर देहात, मथुरा, गाजियाबाद, हापुड़, रायबरेली, जालौन, जौनपुर, प्रतापगढ़, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, अमरोहा, औरैया, इटावा,पीलीभीत, अलीगढ़ और अमेठी समेत कई जिलों में एक-एक की मौत हुई है।
राहत आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जनपदों में 26 से 29 जुलाई तक हुई भारी वर्षा एवं आकाशीय बिजली के कारण प्रदेश में कुल 70 लोगों की मृत्यु, 77 लोग घायल, 33 पशुहानि एवं 408 मकान या झोपड़ियां क्षतिग्रस्त हुई हैं।
उन्होंने बताया कि वर्षा और आकाशीय बिजली से मौत का शिकार हुए मृतकों के परिजनों को 148 लाख, घायलों को लगभग 99 हजार, पशुहानि के लिए  02 लाख 91 हजार व क्षतिग्रस्त मकानों एवं झोपड़ियों के लिए  लगभग 04 लाख 47 हजार रुपये राहत सहायता राशि वितरित की गई।
उन्होंने बताया कि अब तक वितरण न कर पाने वाले जनपदों द्वारा बेनिफिशरी तैयार कर कोषागार में प्रस्तुत कर दी गई है। सोमवार को आर.टी.जी.एस. के माध्यम से लाभार्थी के खाते में सहायता राशि अंतरित कर दी जाएगी।
संजय ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा इन आपदाओं से पीड़ित मृतक परिजन को 4 लाख रुपये, घायल को 59,100 तक तथा कच्चे-पक्के मकान की पूर्ण क्षति पर 95,100 एवं आंशिक क्षति में 5200 रुपया तथा नष्ट झोपड़ी हेतु 4100 रुपये राहत सहायता राशि प्रदान किया जाता है।

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