Tevar Times
Online Hindi News Portal

रमजान माह के बीच लोकसभा चुनाव एक सोची-समझी राजनीति: कांग्रेस

0
लखनऊ। रमजान माह के बीच लोकसभा चुनाव को कांग्रेस पार्टी ने एक सोची-समझी राजनीति करार दिया है। इसके अलावा उ.प्र. कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं पूर्व एम.एल.सी. हाजी सिराज मेंहदी ने मुख्य चुनाव आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली को विगत 02 मार्च 2019 को लिखे गये अपने पत्र का संज्ञान लिये जाने का आग्रह किया है।
उन्होंने अफसोस जताया है कि मुख्य चुनाव आयुक्त ने उनके पत्र का अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया है और बिना राजनीतिक दलों की बैठक और राय मशविरा के ही चुनाव की तारीखें घोषित कर दीं। मेंहदी के मुताबिक, पत्र में मतदान की तारीखें या तो रमजान माह से पूर्व या बाद में करने की मांग की थी ताकि मुस्लिम मतदाता चुनाव के राष्ट्रीय महापर्व में अपनी समुचित भागीदारी सुनिश्चित कर सके।
 एम.एल.सी. मेंहदी ने कहा कि यदि चुनाव आयोग ने उनके पत्र को संज्ञान में लिया होता तो रमजान माह में होने वाले मतदान की तिथियों को आगे या पीछे किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि आयोग ने ऐसा न करके रमजान में भाग लेने वाले मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को आहत किया है क्योंकि वह पाक रमजान का माह होने के नाते अपनी समुचित भागीदारी नहीं कर पायेंगें, यह एक सोची-समझी राजनीति प्रतीत होती है।
मेंहदी ने कहा कि चूंकि रमजान आगामी 6 मई से शुरू हो रहा है इस दौरान मुस्लिम भाई-बहन इबादत और रोजे में रहते हैं। चुनाव आयोग के इस एकतरफा निर्णय से मुस्लिम उलेमा और बुद्धिजीवियों में काफी आक्रोश है। मेंहदी ने कहा कि चुनाव आयोग जब भी चुनाव की तिथियां घोषित करता है तो सभी धर्मों के पर्वों और त्योहारों को ध्यान में रखकर घोषित करता है और सर्वदलीय बैठक करता है लेकिन आयोग ने ऐसा नहीं किया और मनमानी तरीके से निर्णय लेते हुए चुनाव की तिथियां घोषित कर दीं जिस पर पुर्नविचार करने की आवश्यकता है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More