बांदा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां गुरुवार को सपा, बसपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा और बसपा वाले मेरी जाति का सर्टिफिकेट बांटने में जुटे हैं और कांग्रेस के नामदार मोदी के बहाने पूरे पिछड़े समाज को गाली देने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि ये जात-पात, पंथ-संप्रदाय तक ही सोच सकते हैं। एक भारत, श्रेष्ठ भारत की बात ये नहीं करना चाहते।
बुंदेलखण्ड की धरती पर आयोजित चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए मोदी ने कहा कि जमीन से पूरी तरह कट चुके लोग इस बार अपने ही खेल में फंस गए हैं। इनकों पता ही नहीं चला कि 21वीं सदी का वोटर, ये नौजवान जिसकी जिंदगी के सारे सपने अधूरे हैं और वो इन्हें पूरा करने के लिए खपने के लिए तैयार है वो क्या चाहता है?
वो इन नेताओं की समझ से बाहर है। इस लोकसभा चुनाव में पहली बार वोट डालने जा रहा नौजवान, नए भारत के नए संस्कारों का निर्माण कर रहा है। इसकी वजह है कि उस पर अतीत का बोझ नहीं है, उसके पास सिर्फ भविष्य के सपने हैं। मोदी ने कहा कि आप मुझे बताइये हमारे देश के महान बलिदानी भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, झांसी की रानी और सुभाष चंद्र बोस किस जाति के थे?
एक भी महापुरुष अपनी जाति से नहीं जाना जाता बल्कि अपने कार्यों से जाना जाता हैं। हर कोई भारतवासी था। हमने संकल्प लिया है कि पानी के लिए अलग से जलशक्ति मंत्रालय बनाया जाएगा, जिसका अलग से बजट होगा। नदियां हों, समंदर हों, वर्षा का पानी हो, जितने भी संसाधन हैं सब जगह से तकनीक का उपयोग करके ज़रूरतमंद क्षेत्रों में जल पहुंचाया जाएगा।
पीएम ने कहा कि आज़ादी के इतने वर्षों तक जाति-बिरादरी के नाम पर वोट मांगे गए। लेकिन फिर क्या हुआ? सत्ता में आते ही बदले की कार्रवाई शुरु हो जाती थी। राजनीति के इस मॉडल ने सिर्फ व्यक्ति-व्यक्ति में ही भेद नहीं किया बल्कि क्षेत्रों के आधार पर भी भेदभाव किया गया। कहा कि आज जो गांव-गांव में सड़कें बन रही हैं, वहां हर जाति, हर पंथ के लोग चलते हैं।
हर गांव और हर घर तक बिजली पहुंच रही है, वो हर जाति, हर पंथ को मिल रही है। मोदी ने कहा कि यहां की बहनों का पानी को लेकर संघर्ष में अनुभव करता हूं, मैंने ये दर्द करीबी से देखा है। इस चुनौती को भी इस चौकीदार ने स्वीकार किया है। जैसे पहले चुल्हे के धूंए से मुक्ति दी, उसी तरह अब बारी पानी की समस्या से निपटा जाएगा।
23 मई को जब आप ‘फिर एक बार मोदी सरकार’ बनाएंगे तो पानी की समस्या दूर करने के लिए मिशन मोड पर काम किया जाएगा। जनहित के लिए बड़े काम तभी होते हैं जब समर्पण भाव से काम किया जाता है। जब सत्ताभोग के बजाय सेवा भाव से काम होता है तब ऐसे काम होते हैं।
मोदी ने कहा कि आज़ादी के बाद किसानों के लिए पहली बार सीधी मदद की स्कीम मोदी सरकार ने बनाई है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के करीब 12 करोड़ किसानों के बैंक खाते में पैसे आ रहे हैं। यूपी के 1 करोड़ से अधिक किसानों को पहली किस्त पहुंच चुकी है।
चुनाव के बाद जब फिर एक बार मोदी सरकार आएगी, तो हम पीएम किसान सम्मान निधि योजना से 5 एकड़ की शर्त हटाकर इस योजना का लाभ देश के सभी किसानों को पहुंचाएंगे, चाहे उनके पास कितनी भी जमीन हो।
मोदी ने कहा कि बुंदेलखंड में खेती के साथ-साथ
औद्योगिक विकास हो, इसके लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे जैसी महत्वपूर्ण परियोजना से इस पूरे क्षेत्र का भाग्य बदलने वाला है। अब बुंदेलखंड को देश की सुरक्षा और विकास का कॉरिडोर बनाने की तरफ हम तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं। झांसी से आगरा तक बन रहा डिफेंस कॉरिडोर देश में ही सेना के लिए अस्त्र शस्त्र बनाने के अभियान को मजबूत करेगा।